घंटो लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रहा गेहूं-चावल, मंत्री ने जताई नाराजगी, दिए पंजी से राशन वितरण के निर्देश
सर्वर की धीमी चाल, 17 फीसदी को बट पाया राशन
सर्वर डाउन होने के कारण शहर में राशन वितरण नहीं हो पा रहा है। कुछ देर के लिए सर्वर आता भी है तो चुनिंदा हितग्राहियों को ही गेहूं-चावल का वितरण हो पाता है। शनिवार को तो हितग्राही राशन के लिए दिन भर इंतजार करते रहे, लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण इन्हें खाली हाथ ही जाना पड़ा। सबसे अधिक दिक्कत बुजुर्ग हितग्राहियों को हुई। इन्हें घंटों लाइन में लगने के बाद भी
राशन नहीं मिल सका। माह की 11 तारीख बीतने के बाद भी मात्र 17 फीसदी लोगों को ही राशन मिल सका है। यही हाल प्रदेशभर के हैं। इधर, खाद्य मंत्री प्रदान सिंह तोमर ने राशन वितरण में रोड़ा बन रहे सर्वर को लेकर अफसरों पर नाराजगी जताई है। उन्होंने संचालक ॥ध को निर्देश दिए हैं कि जहां भी सर्वर के कारण परेशानी आ रही है, वहां रजिस्टर पंजी से राशन का वितरण कराया जाए।
एकको किया लैकलिस्टेड दूसरी कंपनी बेहाल
खाद्य विभाग ने डीएसके कंपनी की पीओएस मशीनों को रोक लिस्टेड कर दिया है। इसके बाद विजन टेक को मशीन लगाने की जि मेदारी दी गई। कंपनी ने मशीनें तो स्टॉल कर दी, लेकिन जैसी उम्मीद थी, वैसे लाख हितग्राहियों को नहीं मिल सका। आज भी राशन वितरण को लेकर रोजाना हजारों शिकायतें प्रदेशभर से आ रही हैं। अकेले राजधानी से डेढ़ सौ से दो सौ शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं। ।
दशहरा और दीपावली में भी समय पर नहीं मिला था राशन
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, इसके पहले भी कई बार राजधानी में ऐसी स्थिति बन चुकी है। हाल ही में दशहरा और दीपावली के दौरान भी हितग्राहियों को राशन के लिएखासी जाोजहद करनी पड़ी थी। इस दौरान अफसरों ने दावा किया था कि अगले महीने से हितग्राहियों को परेशानी नहीं होगी, लेकिन यह दावेगोले सावित हुए। एक बार फिर गरीब अपनी मजदूरी छेड़कर राशन के लिए घंटो लाइन में लग रहा है। इसके बाद भी गारंटी नहीं की उसे गेहूं-चावल मिल जाए।