टिटुरन के कारण बढ़ रहे हार्टअटैक के मरीज, अब तक हो चुकी है पांच की मौत लोकदेश संवाददाता रायसेन अहिरवार के मुताबिक 7 दिनों में 25 मरीज

 शहर सहित जिले भर में पड़ रही सप्ताहभर कड़ाके की सर्दी के कारण दिल इलाज के मरीजों को परेशानी आनेलगी से है। तेज ठंड की वजह से शरीर भी की धमनियां सिकड़ने जैसी समस्याएं सामने आने लगती हैं। मेडिकल जिसकी वजह से हार्ट तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन बुक्त हेल्थी ब्लडनहीं पहुंच पाता। हार्ट में पर्याप्त मात्रा में शुगर ऑक्सीजन युक्त ब्लड नहीं के पहुंचने से अटैक आने की कर समस्याएं आती हैं। ठंड बढ़ने के कपड़ों साथ जिला अस्पताल की बाहर आईसीयू में हार्ट के मरीजों की अक्सर संखाबढ़ गई है। सर्दी के मौसम अटैक में न दिनों आईसीयू में हार्ट के होती गरीजा एक सप्ताह से ज्यादा बढ़े हार्ट हैं। आईसीयू प्रभारी डॉ.एमएल सावधानीमरीजलने वाला और हार्ट अहिरवार के मुताबिक सप्ताहभर में हार्ट के 25 मरीज इलाज कराने पहुंचे। हार्टअटैक से अबतक पांच मरीजों की मौतें भी हो चुकी हैं। एसएनसीयू के प्रभारी एवं मेडिकल आफीसर डॉ.एमएल अहिरवार ने बताया कि ठंड के हेल्थी सीजन है। लेकिन मामूली सी लापरवाही हार्ट, लकवे, शुगर और हाई बीपी और बीपी के मरीजों के लिए समस्या खड़ी कर देती है। सर्दी में बिना गर्म कपड़ों के अचानक विस्तार से बाहर निकलने वाले लोगों को अक्सर अस्थमा और हार्ट अटैक की समस्याएं अधिक होती हैं इस वजह से डॉक्टर हार्ट के मरीजों को ठंड में सावधानी बरतने हिदायत देते हैं। अब अस्थमा के 7 पहुंचे मरीजों में इजाफा तेजसदी जिला अस्पताल में दिसंबर महीने में 24 बढ़ी तारीख तक विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ.एसके पहुबे झारिया के अनुसार ढड लिएमें हार्ट के साथ अस्वमा दोगुना के मरीजों में भी बढ़ोतरी बीमारियों हुईहाधूरपान करने वाले शखा और ग्रामीण इलाकों में बूल्हे के धुए के संपर्क में रहने वाली महिलाओं को अस्थमा के दिसंबर अरैककीसमस्यार हार्ट आती है। अस्थमा पीडित दर्द मरीजों के घरों में सीडन नहीं होना चाहिए। कमरे हैंहवाधार होना चाहिए। तक