भारत जीतेगा कोरोना-युद्ध

(डॉ. वेदप्रताप वैदिक) के विरुद्ध मतदान किया है लेकिन एकाध जनता-कफ्यूकी सफलता अभूतपूर्व और अधकचरे नेता के अलावा देश के 100 एतिहासिक रही है। पिछले 60-70 साल में प्रतिशत लोगों ने मोदी के आह्वान का मैंने कई भारत बंद देखे हैं और उनमें भाग सम्मान किया है। मुझे आश्चर्य है कि अभी भी लिया है लेकिन ऐसा भारतबंद पहले तक मोदी ने दक्षेस के पड़ौसी राष्टों के कभी नहीं देखा। इस पहल का श्रेय नेताओं के साथ इसी तरह का आह्वान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तो है ही, इस करने की बात क्यों नहीं की और अभी जनता-कफ्यू ने यह भी सिद्ध कर दिया है तक देश के वंचित वर्ग के लोगों के लिए कि मोदी से बड़ा प्रचारमंत्री पूरी दुनिया में सीधी आर्थिक सहायता की घोषणा क्यों कोई नहीं है। इटली, चीन, स्पेन और नहीं की? मुझे खुशी है कि हमारे सभी अमेरिका में कोरोना से हजारों लोग हताहत प्रमुख टीवी चैनल कोरोना-युद्ध लड़ने के हुए लेकिन इन देशों में भी जनता का ऐसा लिए हमारे परमप्रिय बाबा रामदेवजी को कफ्यू कहीं नहीं हुआ। इसका एक कारण योद्धा बनाए हुए हैं। आसन और प्राणायाम यह भी है कि लोगों के दिल में मौत का डर के साथ-साथ वायुशोधक औषधियों से गहरे में बैठ गया है, वैसा शायद कहीं नहीं हवन करने की प्रेरणा मोदी और रामदेव फैला है। इसके अलावा भारत की केंद्रीय जनता को क्यों नहीं दे रहे हैं ? अ-हिंद्र सरकार और राज्य सरकारें भी जबर्दस्त लोग चाहेंतोहवन में वेदमंत्रपाठकरने की मुस्तैदी दिखा रही हैं। यदि अगले 15 दिन बजाय कुरान की आयतें, बाइबिल के पद, ठीक-ठाक निकल गए तो भारत की यह त्रिपिटक के सूत्र, जैन-आगम आदि का मुस्तैदी सारी दुनिया के लिए एक मिसाल पाठ कर सकते हैं। विषाणु-निरोधक बन जाएगी। इस जनता-कर्फयु ने यह भी आयर्वेदिक. यनानी और होम्योपेथिक सिद्ध कर दिया है कि भारत की जनता दवाइयां लेने में भी कोई हानि नहीं है। इस काफी जिम्मेदार और समझदार है। भारत कोरोना-युद्ध में भारत की विजय के 60-70 प्रतिशत मतदाताओं ने मोदी सुनिश्चित है। समय ही भविष्य है