भोपाल पहले गुंडों के मकान तोड़ने की प्रदेश सरकार ने शनिवार को 2009 कार्रवाई कर एक अगल पहचान बैच के आईएएस प्रमोटी मनीष सिंह बनाई थी, लेकिन उनके बाद इंदौर को इंदौर कलेक्टर बनाया। वहीं, आई संचवर्धन मित्र ने कांग्रेस की डीआईजी हरिनारायणाचारी मित्र को कमलनाथ सरकार में आपरेशन फिर से इंदौर शहर की कमान सौंपी क्लीन अभियान चलाकर संगठित गई है। वहीं, वर्तमान कलेक्टर गिरोहके माफियावभू-माफियाओं के लोकेश कुमार जाटव को मंत्रालय में विभाग में भी अधिकारियों के तबादले दिया गया। उन्हें भोपाल पुलिस खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर पूरे सचिव बनाया गया है। सिंह इसके शुरू हो गए हैं। शनिवार को राज्य मुखालय भेजा है। वहीं, उनके स्थान शहर को माफिया मुक्त कर दिया था। पहले इंदौर निगमायुक्त भी रह चुके हैं शासन के गृह विभागसेजारी आदेश पर दोबारा से डीआईजी उन्होंने कई बड़े भूमाफियाओं के जेल और उनके कार्यकाल में इंदौर सबसे के अनुसार इंदौर में माफिया अभियान हरिनारावणाचारी मिश्रको इंदौर शहर की हवालात में किया, लेकिन उनके पाराले स्वच्छता में नंबर वन बना को लीड करने वाली डीआईजी संच की कमान सौंपी है। गौरतलब है कि अचानक ट्रांसफर के पीछे सरकार के थासिता परिवर्तन होते ही पुलिस वर्धन मित्र का अचानकराबादला कर डीआईजी मित्र ने इंदौर में सबसे बदलनेको कारण मानाजारहा है।
। इंदौर कलेक्टर जाटव को मंत्रालय में सचिव बनाया गया डीआईजी रुचिवर्धन को पीएचक्यू भोपाल भेजा गया मनीष सिंह इंदौर के नए कलेक्टर, हरिनारायणाचारी मिश्र फिर बने इंदौर डीआईजी