मवेशियों को खिलाया अधिकांश लोग मजदूरी करने दूसरे राज्य में चले जाते थे

दूसरे राज्य में चले जाते थे हुरहुरी गांव के किसान सुजीत साही ने बताया कि पहले गांव के अधिकांश लोग मजदूरी करने दूसरे राज्य में चले जाते थे। लेकिन विगत कुछ वर्षों से इन लोगों ने यह रह कर खेती करना शुरू कर दिया है। धान की खेती करने के बाद उसे बेचकर, उससे मिली कमाई के पैसे से फूलगोभी की खेती की थी। लेकिन प्रकृति की मारव लाकडाउन की वजह से दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। एकतो उन्हें फूलगोभी की खेती करने के लिए धानबेचना पड़ा। लेकिन अबनतो उनकी फूलगोभी की खेती बची नही खाने के लिए धान बचा। हुरहुरी गांव के अलावा चान्दो प्रखंड के पतरात, सिलागाई, चोरेया, सोनचिपी आदि गांवों में भी फूलगोभी की खूब खेती होती है। अभी आलम यह है कि किसान फूलगोभी को अपने खेतों में ही छोड़ दे रहे हैं, क्योंकि गिरे हुए भाव के कारण उनका शहर के बाजार में आने जाने का किराया भी नहीं निकल रहा है।