सालों बाद राजधानी की हवा ने छुआ शुद्धता का मानक

कोरोना चलते सेहवा में मानक दरअसलसालों में सालों बाद राजधानी की हवा ने छुआ शुद्धता का मानक लोकदेश संवाददाता। भोपाल. अन्य गैसों का स्तर सामान्य से भी R कोरोना से बचाव के उपयों के सुधरी हवा की गुणवत्ता कम हो गया है। सड़कों पर EETर सामान्य से भी बद की वजह से प्रदेश में प्रदूषण का स्तर चलते लागू किए गए लॉकडाउन रोजाना लाखों की संख्या में कम हुआ है।दमोह का एयूआई ३२ दर्ज सेहवा की शुद्धता के मानक स्तर दौड़ने वाले वाहनों की रफवार हुआ है। इससे यहाहवाका गुणवत्ता अच्छे तेजी से सुधार हुआ है। वहीं पहले लॉकडाउन और अब कपy स्तर पर पहुंच गई है। वहीं ज्यादातर वजह है कि अब शहर में हवा के चलते थम गई है। इससे शहरों में हवा की गुणवत्ता का स्तर संतोकानक हो गया है। मानक स्तर को छूने लगी है। सड़कों पर उड़ने वाली घूल अब दरअसल, पिछले चार दिनों से दिखाई नहीं दे रहे है। ध्वनि हवा की गुणवत्ता का पैमाना सड़कों पर एक्का -टुक्का वाहन प्रदूषण भी पूरी तरह से कम हो श्वसन योग्य सबसे अच्छीहवा ५० से कम कहीं-कहीं नजर आ रहे हैं। गया है। सड़कों पर दौड़ने वाले एयूआईवाली मानीजाती है।जबकि १०० इसका असर यह हुआ है कि वाहनों से होने वाला प्रदूषण कम एयूआई से कम की हवा को संतोषजनक सालों बाद शहर की हवा पूरी हो गया है। इसके चलते हवा की माना जाता है। १०१ से २०० एयूआई के तरह से शुद्ध ो गई है। राजधानी गुणवत्ता में लगातार सुधार हो रहा बीच की हवा मॉडरेट पोल्युटेड और २०१ पिछले चार-पांच महीने से २०० है।शहर में आी २० दिन तक बंद से ३०० एयूआई की हवा पुअर केटेगरी २५० के बीच रहने वाला रहना है। ऐसे में आने वाले समय की मानी जाती है। एयूआई८० पर आ गया है। इससे में हवा की गुणवत्ता में और सुधार प्रदूषण का सार गुरुवार को हो जाएगा। यही नहीं राजधानी ही पीएम-१०,पीएम-२.५ का स्तर सामान्य के पासः राजधानी में पीएम-२.५ का औसत स्तर३४ और अधिकतम स्तर पहुंच गया है। संतोषजनक स्थिति में रहा। वहीं नहीं प्रदेशभर में हवा की गुणवत्ता इसका सामान्य स्तर ३० माना जाता है। वहीं पीएम-१० का औसत स्तर ४१ और अधिकतम स्तर ९५ रहा। इसका सामान्य स्तर है। पीएमपीएम-१०, पीएम २.५ सहित में सुधार हुआ है। १० और पीएम-२.५का स्तर सामान्य के पास पहुंच गया है।