, भोपाल _ है कि शिवराज मंत्रिमंडल गठन में 24 सदस्य शामिल ो सकते हैं। इसमें कमल नाथ सरकार गिरने के बाद प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने का विधायक पद से इस्तीफादेचूके 22 में से आठसदस्यतय हैं। सरकार में रास्ता भले ही साफ हो गया है, लेकिन मंत्रिमंडल गठन को लेकर भाजपा अगर दो उपमुख्यमंत्री बने तो सिंधिया गुट से तुलसीराम सिलावटका नाम के सामने कई चुनौतियां हैं। सबसे ज्यादा चुनौती क्षेत्रीय, जातीय और पहले नंबर पर है। जबकि ग्वालियर चंबल से महेन्द्र सिंह सिसोदिया, वरिष्ठता के आधार पर गणित बैठाने की है। सिंधिया समर्थक आठ मंत्री प्रधुमन सिंह तोमर, मरती देवी और ऐदल सिंह कंषाना के नाम प्रमुखता बनाए गएतो सरकार में ग्वालियर और चंबल संभाग के आधे सदस्यनजर पर हैं। सिंधिया गुट से मुन्नालाल गोयल और रघुराज सिंह कंषाना भी आएंगे। बुदिलखंड से भी सरकार में चार सदस्यों का शामिल होना तय है। दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं भाजपा खेमे से नरोत्तम मिश्रा, अरविन्द ऐसे में विष्ण, महाकौशल और मालवा क्षेत्रका प्रतिनिधित्व कम हो सकता भदौरिया और यशोधरा राजे सिंधिया का मंत्री बनना तय है। भाजपा खेमे है। फिलहाल इसको लेकर अंदाज और कयास लगाए जा रहे है। संभावना से गोपीलाल जाटव भी दावेदार माने जा रहे हैं।
शिवराज कैबिनेट में रहेगा ‘महाराज' समर्थकों का दबदवा